जब यह सब शुरू हुआ मैं कुछ 10 साल की थी। मुझे नहीं पता था कि क्या हो रहा है मेरे आस-पास लेकिन यह बहुत डरावना था । मैं तो बस खेल रही थी अपने कमरे में और अचानक से एक बगीचे की जमीन के नीचे से बहुत सारी मशीनें निकलने लगी ।
पूरे घर में इतनी हलचल हो रही थी उसकी वजह से मैं डर गई और जल्दी से बाहर की तरफ गई और मैंने देखा कि धरती फट रही है । जिस तरफ मैं थी वह हिस्सा अलग हो रहा है उस हिस्से से जिस तरफ मेरा बाकी का पूरा परिवार था। मैंने बहुत कोशिश की लेकिन मैं फिर भी चाह कर भी अपने परिवार वाले हिस्से की तरफ ना जा पाई।
जमीन का वह हिस्सा किसी दूसरी तरफ किसी दूसरे महाद्वीप से जाकर लग गया। अभी मैं तब केवल 10 साल की बच्ची ही तो थी। मुझे नहीं पता था मुझे क्या करना है और क्या नहीं । कैसे अपने परिवार से मिल पाउंगी बहुत ज्यादा याद आ रही थी मुझे उनकी। कुछ भी करके मुझे अपने परिवार के पास पहुंचना था और इसके लिए मैंने अपने आसपास के माहौल को देखा और देखने की कोशिश की कि मेरी जाने वाले कितने लोग उस समय उस हिस्से में है जिसमें मैं थी। बहुत खोजने पर मुझे पता चला कि मेरे कुछ दोस्त उसी हिस्से में थे जिसमे मैं थी।
मुझे अपने परिवार को ढूंढने में बहुत समय भी लगने वाला था क्योंकि कोई नहीं जानता था कि वह दूसरा हिस्सा किस तरफ है। अपने परिवार से मिलने के लिए जो भी बन पाता वह मैं करती इसीलिए मैंने अपने स्कूल में नौकरों का काम करना शुरू किया । इस उम्मीद में की एक दिन मुझे ढूंढते हुए मेरा परिवार उस स्कूल में आएगा। या फिर मैं इतना कमा चुकी होंगे कि अपने परिवार तक पहुंच पाऊं।
कुछ समय बाद लगभग 3 साल के बाद उस स्कूल में काम करते समय मुझे मेरी बहन दिखाई दी। मैंने उसका पीछा किया और फिर आखिर में मैं अपने परिवार तक पहुंच पाई । कुछ समय तक दूर से मैंने उनकी बातें सुनी लेकिन कहीं भी मेरा जिक्र नहीं था मैं उनके पास पानी लेकर गई इस उम्मीद में कि वह मुझे पहचान लेंगे।लेकिन जब मैंने उनसे बात करने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे पहचानने से साफ मना कर दिया कोई भी मुझे नहीं पहचान रहा था मैंने उनसे कहा भी कि मैं आपकी बेटी हूं। लेकिन पता नहीं क्यों शायद उन 3 सालों में मैं बहुत ज्यादा बदल चुकी थी।
या फिर कोई और वजह। उस समय जितना पीड़ा और तकलीफ मुझे हो रही थी इससे बुरा मैंने कभी अपने जीवन में महसूस नहीं किया था। यह मेरी जिंदगी का सबसे बुरा सबसे डरावना सपना था। अपनों से दूर होने का जो दर्द उस सपने में मुझे बहुत साफ साफ दिखाई दिया और मैंने बहुत ज्यादा बुरी तरह से उसे महसूस किया उसने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए। एक छोटे से सपने ने काफी कुछ सीखा भी दिया था और जिंदगी के सही मायने भी बताएं । आज भी उस सपने को सोच के मेरी रूह कांप उठती है। गलती से भी यह सपना सच ना हो जाए यही डर है । इसके बारे में मुझे कभी सोचना भी नहीं । अपने किसी को खोना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा नाइटमेयर है।
Changing situation of life can't change you
Rank | Name | Points |
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1 | Srivats_1811 | 1355 |
2 | Manish_5 | 403 |
3 | Kimi writes | 378 |
4 | Sarvodya Singh | 116 |
5 | AkankshaC | 93 |
6 | Udeeta Borpujari | 86 |
7 | Rahul_100 | 68 |
8 | Anshika | 53 |
9 | Srividya Ivauri | 52 |
10 | WriteRightSan | 52 |
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Srivats_1811 | 1131 |
2 | Udeeta Borpujari | 551 |
3 | Rahul_100 | 242 |
4 | AkankshaC | 195 |
5 | Infinite Optimism | 179 |
6 | Anshika | 152 |
7 | Kimi writes | 150 |
8 | shruthi.drose | 142 |
9 | aditya sarvepalli | 139 |
10 | Manish_5 | 103 |
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