More than friend's

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गर्मियों के दिन थे.... कड़कती धुप और उस स्टेशन पर बस के इंतज़ार मे खड़े लोग..... उस भीड़ मे ज्यादादर बच्चे यूनिवर्सिटी से थे.... गर्मियों के वाकेशन मे सब बच्चे अपने घरों को लोट रहे थे....| उसी भीड़ मे एक ब्रेच पर एक लड़की बैठी थी.. ब्लू जींस पर एक धारियों वाला ढीला शर्ट.... खुले सीधे बाल... पर चेहरा रूहानी सा हो रखा था... आँखो और नाक पर पड़ते हलके लाल कलर साफ बता रहे थे की शायद वो कल पूरी रात रोइ थी....|
 
ठीक ब्रेच के पीछे एक लड़का अपना शरीर पास के खम्भे पर टिकाये हुए खड़ा था..उसने ब्लैक कलर का हुड्डी.. और ब्लू जीन्स पहन रखी थी... और सर पर ब्लैक कलर की कैप.....उसकी नज़र उस लड़की पर थी.... उसे बुरा लगा रहा था उसकी हालत देख पर वो कर वही क्या सकता था...|........

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