More than friends ( part - 2)

More than friends ( part - 2)
बस अब शहर को पीछे छोड़ पहाड़ी इलाकों की तरफ बढ़ने लगी थी... ये आरवली की पहाड़िया थी .... कई घाटियों के बिच से गुजर कर बस अब एक टाउन मे आ पोह्ची.. ये टाउन ज्यादा बड़ा नहीं था पर आसपास के गांव के सारे लोग यही आकर जरूरत का सामान खरीदते थे... |अविरल और मीरा का गांव भी बस अब कुछ ही आगे था... इस टाउन से भी उनकी कई सारी यादे जुडी हुई थी... आधी से ज्यादा बस तो यही पर खाली हो गयी... थोड़ी देर बाद उनका गांव आया...बस गांव के बाहर के एक पूल पर रुका करती थी... ऐसे पार करते ही गांव साफ दिखाई देता था |
दोनों ने अपना अपना सामान लिया और उस पूल को पार करने लगे... शाम का वक्त था... आसमान मे छायी लालिमा जो पूल के आसपास की पानी की नेहरो पर थी... प्रेक्षा आगे और अविरल उसके पीछे पीछे था....|........

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  • Khushi Rathod on 15 Jan 2024

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