तुम केशव हो, तुम माधव हो,
तुम ग्वाले हो और तुम ही यादव हो।
तुम आरंभ हो, तुम अंत हो,
तुम ही आदि अनंत हो।
तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो, तुम ही सृष्टि की रीत हो।
तुम गीता का ज्ञान हो, तुम देवकी का अभिमान हो। तुम ही यशोधा के प्राण हो।
तुम अम्बा का प्रतिशोध हो, याज्ञसेनी का क्रोध हो, तुम ही गंगा का श्रोत हो।
तुम समर्पण हो, तुम भक्ति हो, तुम शिव और तुमही शक्ति हो। रात्रि का अंधकार हो, भोर का प्रभात हो। तुम ही धर्म की शुरुआत हो।
भीष्म की प्रतिज्ञा हो, ध्रोण की शिक्षा हो। तुम ही रणभूमि की परीक्षा हो।
तुम सूर्य हो, तुम चंद्र हो।
तुम ही वायु और तुम ही इंद्र हो।
तुम मीरा की पुकार हो, द्रौपदी की गुहार हो।
युधिष्ठिर का धर्म हो, दुर्योधन का अधर्म हो। तुम ही पाप और पुण्य का कर्म हो।
संजय की दृष्टि हो, विधि का विधान हो, सत्य और धर्म की जीत का प्रमाण हो।
तुम राम हो, परशुराम हो। तुमहीं खाटू श्याम हो।
बांसुरी की ध्वनि हो, शंख का नाद हो।
तुम वीणा की तान हो और तुमहीं मृदंग का साद हो।
तुम पीताम्बर हो, मस्तक पे मोर पंख धारी हो, तुम ही गोपाल, मधुर मुरली मुरारी हो |
तुम सत्य का सार हो, जीवन और मृत्यु का आधार हो,
तुमहीं ब्रह्मांड और तुम ही महाकाल हो।
तुम वासुकि और तुम शेषनाग हो,
तुम्ही चेतना और तुम्ही त्याग हो।
तुम मक्खन चोर और तुमहीं नंदकिशोर हो,
वृंदावन के बनवारी और तुम्हीं रनछोड़ हो।
तुम सखा हो, तुम सारथी हो, अज्ञातवास के साथी हो
तुम ही वज्र , तुम ही सुदर्शन हो, तुम गोपाल और तुमहीं वासुदेव कृष्ण हो।
गोविंद, गोपाल, मधुसूदन, यशोदा नंदन, तुम्हारे हज़ारों नाम हैं।
तुम्हारे चरणों में खुद को समर्पित करना ही तो मेरे लिए स्वर्ग धाम है
तुम हरि, तुम दामोदर, तुम्ही राधे श्याम हो।
तुम तो 'वासुदेव कृष्ण' सृष्टि का एक मात्र नाम हो।
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Srivats_1811 | 1355 |
2 | Manish_5 | 403 |
3 | Kimi writes | 378 |
4 | Sarvodya Singh | 116 |
5 | AkankshaC | 93 |
6 | Udeeta Borpujari | 86 |
7 | Rahul_100 | 68 |
8 | Anshika | 53 |
9 | Srividya Ivauri | 52 |
10 | WriteRightSan | 52 |
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Srivats_1811 | 1131 |
2 | Udeeta Borpujari | 551 |
3 | Rahul_100 | 242 |
4 | AkankshaC | 195 |
5 | Infinite Optimism | 179 |
6 | Anshika | 152 |
7 | Kimi writes | 150 |
8 | shruthi.drose | 142 |
9 | aditya sarvepalli | 139 |
10 | Manish_5 | 103 |
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