यह कहानी है श्रेया और नमन की, श्रेया उम्र लगभग 24 साल लखनऊ की एक मल्टीनेशन कंपनी में काम करती थी। मासूम सी दिखने वाली श्रेया काफी बेबाक और बिंदास भी थी। श्रेया की शादी की बात शुरु ही हुई थी। लेकिन श्रेया शादी के लिए तैयार नहीं थी, उसे अपना करियर सेटल करना था। श्रेया बहुत ही काॅफेडेनट लड़की थी। लड़कों के मामले में उसकी पसंद बहुत ही खास थी। 2010 की सर्दियों ने दस्तक देना शुरु कर दिया, अक्टूबर की हल्की-हल्की ठंडी श्रेया को बहुत पसंद थी, उस दिन आफिस से आते समय श्रेया हेडफोन लगाकर अपनी पसंद के गाने सुन रही थी। वह साल श्रेया की जिंदगी में बहुत कुछ बदलाव लाने वाला था, मिडिल क्लास फैमिली की श्रेया अपने घर की बड़ी बेटी होने के फर्ज बखूबी निभाना जानती थी। श्रेया के पापा ने जैसे ही उसकी शादी की बात शुरु की उसने ना नहीं की। 2010 नवम्बर का महीना दीवाली आने ही वाली थी, श्रेया के लिए तभी एक Matrimonany से रिश्ता आया। श्रेया के लिए वह पहला रिश्ता था, उसके पास ना करने की कोई वजह नहीं थी। पहली बार श्रेया उस लड़के से मिलने जा रही थी। हालिकी वह उस रिश्ते को लेकर इतना खुश नहीं थी, उसे जिंदगी में बहुत कुछ करना था, अपना करियर बनाना उसके लिए पहली प्राथमिकता थी। लेकिन श्रेया की शादी एक दिन में फिक्स हो गई। श्रेया की पहली मुलाकात उस लड़के से बहुत फार्मल हुई। वह लड़का श्रेया के ऊपर इस तरह से फिदा हो गया जैसे मानों कि श्रेया उसकी लाइफ में पहली लड़की हो। श्रेया और नमन की शादी को 6 महीने बाकी थी, नमन एक दिन भी श्रेया के बिना नहीं रह सकता थी। श्रेया थी भी बहुत मासूम और सुंदर, उसके गालों पर पड़ने वाले डिंपल और उसकी खूबसूरती को निखार देते थे। नमन श्रेया को हर तरह से खुश रखने की कोशिश करता, उसके लिए महंगे से महंगे गिफ्ट फोन पर घंटो बातें करना। श्रेया की तारीफ करना, उससे मिलने हर वीकेंड पर आना, श्रेया को लगा ही नहीं कि उसकी अरेंज मैरिज है। उसके लिए वह समय किसी सपने से कम नहीं था, उसे नमन ने उन 6 महीनों में इतना प्यार दिया जो उसे कभी किसी और से मिला नहीं। नमन श्रेया को सबसे ज्यादा चाहता था। आखिर वह समय आ ही गया जब दोनों शादी के बंधन में बंध गए श्रेया के लिए यह किसी सपने से कम नहीं था। लेकिन वह 6 महीने वाला प्यार महज 1 साल में खत्म होने लगा, दोनों के बीच गलतफहमी फाइट, इन सब की शुरुआत होने लगी। श्रेया नमन के ऊपर शक करने लगी जो नमन शादी से पहले श्रेया से हर हफ्ते मिलने आता था। आज उसके पास उसके लिए समय नहीं है, दोनों अच्छे पैरेंट्स बन गए। लेकिन दोनों की बीच की समझदारी खत्म होने लगी। आज दोनों की शादी को 14 साल होने वाले हैं लेकिन ना तो उनके बीच वो प्यार रहा है। ना ही समय, श्रेया जो कि बेबाक और बिंदास थी, आज एकदम खामोश सी रहने लगी, उसके सारे शौक और सपने खत्म हो गए हैं। नमन घर से ज्यादा आफिस वालों के साथ बिजी रहने लगा है। श्रेया के चेहरे की हंसी की वजह सिर्फ उसकी बेटी है। नमन पहले जैसा नहीं रहा है, पिछले 13 साल से नमन ने श्रेया की तारीफ तक नहीं की। उसको समय तो देना दूर की बात है। सिर्फ दोनों का रिश्ता चल रहा है लेकिन श्रेया आज भी वह समय नहीं भूल पाई है। क्योंकि उसने असल में लव एट फर्स्ट साइट वाला प्यार किया था। लेकिन जिंदगी में प्यार के अलावा इज्जत और विश्वास जरुरी है।
........यह कहानी है श्रेया और नमन की, श्रेया उम्र लगभग 24 साल लखनऊ की एक मल्टीनेशन कंपनी में काम करती थी। मासूम सी दिखने वाली श्रेया काफी बेबाक और बिंदास भी थी। श्रेया की शादी की बात शुरु ही हुई थी। लेकिन श्रेया शादी के लिए तैयार नहीं थी, उसे अपना करियर सेटल करना था। श्रेया बहुत ही काॅफेडेनट लड़की थी। लड़कों के मामले में उसकी पसंद बहुत ही खास थी। 2010 की सर्दियों ने दस्तक देना शुरु कर दिया, अक्टूबर की हल्की-हल्की ठंडी श्रेया को बहुत पसंद थी, उस दिन आफिस से आते समय श्रेया हेडफोन लगाकर अपनी पसंद के गाने सुन रही थी। वह साल श्रेया की जिंदगी में बहुत कुछ बदलाव लाने वाला था, मिडिल क्लास फैमिली की श्रेया अपने घर की बड़ी बेटी होने के फर्ज बखूबी निभाना जानती थी। श्रेया के पापा ने जैसे ही उसकी शादी की बात शुरु की उसने ना नहीं की। 2010 नवम्बर का महीना दीवाली आने ही वाली थी, श्रेया के लिए तभी एक Matrimonany से रिश्ता आया। श्रेया के लिए वह पहला रिश्ता था, उसके पास ना करने की कोई वजह नहीं थी। पहली बार श्रेया उस लड़के से मिलने जा रही थी। हालिकी वह उस रिश्ते को लेकर इतना खुश नहीं थी, उसे जिंदगी में बहुत कुछ करना था, अपना करियर बनाना उसके लिए पहली प्राथमिकता थी। लेकिन श्रेया की शादी एक दिन में फिक्स हो गई। श्रेया की पहली मुलाकात उस लड़के से बहुत फार्मल हुई। वह लड़का श्रेया के ऊपर इस तरह से फिदा हो गया जैसे मानों कि श्रेया उसकी लाइफ में पहली लड़की हो। श्रेया और नमन की शादी को 6 महीने बाकी थी, नमन एक दिन भी श्रेया के बिना नहीं रह सकता थी। श्रेया थी भी बहुत मासूम और सुंदर, उसके गालों पर पड़ने वाले डिंपल और उसकी खूबसूरती को निखार देते थे। नमन श्रेया को हर तरह से खुश रखने की कोशिश करता, उसके लिए महंगे से महंगे गिफ्ट फोन पर घंटो बातें करना। श्रेया की तारीफ करना, उससे मिलने हर वीकेंड पर आना, श्रेया को लगा ही नहीं कि उसकी अरेंज मैरिज है। उसके लिए वह समय किसी सपने से कम नहीं था, उसे नमन ने उन 6 महीनों में इतना प्यार दिया जो उसे कभी किसी और से मिला नहीं। नमन श्रेया को सबसे ज्यादा चाहता था। आखिर वह समय आ ही गया जब दोनों शादी के बंधन में बंध गए श्रेया के लिए यह किसी सपने से कम नहीं था। लेकिन वह 6 महीने वाला प्यार महज 1 साल में खत्म होने लगा, दोनों के बीच गलतफहमी फाइट, इन सब की शुरुआत होने लगी। श्रेया नमन के ऊपर शक करने लगी जो नमन शादी से पहले श्रेया से हर हफ्ते मिलने आता था। आज उसके पास उसके लिए समय नहीं है, दोनों अच्छे पैरेंट्स बन गए। लेकिन दोनों की बीच की समझदारी खत्म होने लगी। आज दोनों की शादी को 14 साल होने वाले हैं लेकिन ना तो उनके बीच वो प्यार रहा है। ना ही समय, श्रेया जो कि बेबाक और बिंदास थी, आज एकदम खामोश सी रहने लगी, उसके सारे शौक और सपने खत्म हो गए हैं। नमन घर से ज्यादा आफिस वालों के साथ बिजी रहने लगा है। श्रेया के चेहरे की हंसी की वजह सिर्फ उसकी बेटी है। नमन पहले जैसा नहीं रहा है, पिछले 13 साल से नमन ने श्रेया की तारीफ तक नहीं की। उसको समय तो देना दूर की बात है। सिर्फ दोनों का रिश्ता चल रहा है लेकिन श्रेया आज भी वह समय नहीं भूल पाई है। क्योंकि उसने असल में लव एट फर्स्ट साइट वाला प्यार किया था। लेकिन जिंदगी में प्यार के अलावा इज्जत और विश्वास जरुरी है।
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Srivats_1811 | 1355 |
2 | Manish_5 | 403 |
3 | Kimi writes | 378 |
4 | Sarvodya Singh | 116 |
5 | AkankshaC | 93 |
6 | Udeeta Borpujari | 86 |
7 | Rahul_100 | 68 |
8 | Anshika | 53 |
9 | Srividya Ivauri | 52 |
10 | WriteRightSan | 52 |
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Srivats_1811 | 1131 |
2 | Udeeta Borpujari | 551 |
3 | Rahul_100 | 242 |
4 | AkankshaC | 195 |
5 | Infinite Optimism | 179 |
6 | Anshika | 152 |
7 | Kimi writes | 150 |
8 | shruthi.drose | 142 |
9 | aditya sarvepalli | 139 |
10 | Manish_5 | 103 |
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