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मैंने उसकी मासूम आंखो को पढ़ा है,
वो मेरे लिए पूरी दुनिया से भी लड़ा है।
जब भी मुझे उसकी ज़रूरत पड़ी है,
वो मेरे साथ-खड़ा है,
बस साथ खड़ा है।।
उसकी प्यारी बातों से में कभी हसीं,
तो कभी मुस्काई हूं।
उसकी नादानियों में भी
मैं प्यार ढूंढती आई हूं,
जब भी मेरी आंखें नम हुई,
वो भी रो-पड़ा है,
बस रो-पड़ा है।।
जब-जब उसका साथ मिला,
मेरा रोम-रोम उसकी चाहत में खिला।
वो दूर है मुझसे फिर भी जाने क्यूं लगता है,
वो यहीं-कहीं है,
बस यहीं-कहीं है।।
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Kimi writes | 378 |
2 | Srivats_1811 | 287 |
3 | Manish_5 | 105 |
4 | AkankshaC | 93 |
5 | Udeeta Borpujari | 86 |
6 | Rahul_100 | 68 |
7 | Rahul Gupte | 66 |
8 | Anshika | 53 |
9 | Srividya Ivauri | 52 |
10 | WriteRightSan | 52 |
Rank | Name | Points |
---|---|---|
1 | Srivats_1811 | 311 |
2 | Rahul_100 | 244 |
3 | Udeeta Borpujari | 209 |
4 | AkankshaC | 195 |
5 | Infinite Optimism | 179 |
6 | Rahul Gupte | 171 |
7 | Anshika | 152 |
8 | Kimi writes | 150 |
9 | shruthi.drose | 142 |
10 | aditya sarvepalli | 139 |
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